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क्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग का काम होगा तमाम! देशभर में ताबड़तोड़ एक्शन जारी है, बिश्नोई गैंग का दिल्ली में एनकाउंटर हुआ, पानीपत से एक शूटर अरेस्ट किया गया है, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने सुबह लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा गैंग का अंतरराज्यीय शार्प शूटर को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है, अभिनेता सलमान खान को जान से मरने की धमकी देने वाले बिश्नोई गैंग के अब अंतिम दिन आने वाले हैं। 

90 के दशक की शुरुआत में बॉम्बे शहर अंडरवर्ल्ड और गैंगवार से परेशान था। तब तक दाऊद इब्राहिम एक बड़ा डॉन बन चुका था। ये वो दौर था, जब तब के बॉम्बे और और आज के मुंबई के सीने पर लगभग हर रोज गैंगवार या एनकाउंटर के नाम पर खून बहाए जाते थे। 

क्या बाबा सिद्दीकी के कत्ल के बाद मुंबई में एक बार फिर से अंडरवर्ल्ड दस्तक देने जा रहा है? 70 के दशक में मुंबई में अंडरवर्ल्ड और डॉन की कहानी का आगाज हुआ था। जिसे खत्म करने में मुंबई पुलिस को तीन दशक से ज्यादा का वक्त लगा। क्या वो अंडरवर्ल्ड का दौर मुंबई में वापस लौटने वाला है?  ये सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि मुंबई पुलिस और यहां तक कि एनआईए ने भी ये कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग की नजर फिलहाल मुंबई पर है। 


मुंबई में 500 से ज्यादा गैंगस्टर का एनकाउंटर


इसी के तहत पहले एनकाउंटर की परंपरा की शुरुआत हुई, जिसमें 500 से ज्यादा गैंगस्टर पुलिस की गोलियों का शिकार बने. ऐसे कई एनकाउंटर पर सवाल भी उठे, लेकिन इन्हीं एनकाउंटर ने कई एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को तब सुर्खियां भी दी, एनकाउंटर के साथ-साथ अंडरवर्ल्ड पर लगाम कसने के लिए सख्त कानून की जरूरत महसूस हुई तो महाराष्ट्र कंट्रोल आफ ओर्गिनाइज क्राइम एक्ट यानी मकोका जैसे कानून  लाए गए। धीरे-धीरे ये तमाम कदम रंग दिखाने लगे। हजारों छोटे-बड़े गैंगस्टर अब जेल में थे. 2000 आते-आते धीरे-धीरे अब मुंबई अंडरवर्ल्ड से क्लीन होती जा रही थी ,


लेकिन एक बार फिर से मुंबई में दहशत फ़ैलाने की कोशिश कौन करना चाह रहा है, महाराष्ट्र चुनाव की घोसणा के दो  दिन पहले NCP के नेता बाबा सिद्दीकी की बांद्रा में कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा हत्या कर दी गयी। हत्या के पीछे के कारणों का पता अभी नहीं चला है और पुलिस अभी इस मामले में छान बिन कर रही है। गोदी मीडिया लगातार यह खबर नेशनल मीडिया पर दिखा रहा है की लॉरेंस बिश्नोई जेल से ही अपने गैंग को चलता है, जेल से वीडियो कॉल कर लोगों से फिरौती मांगता है और धमकी देता है।

गोदी मीडिया ने इस पूरे मामले सरकार की तरफ से सफाई पेश की है। गोदी मीडिया ये सवाल आखिर क्यों नहीं पूछ रहा है की लॉरेंस बिश्नोई जैसा गैंगस्टर जेल के अंदर से अपना गैंग कैसे चला रहा है? वो जेल के अंदर के वीडियो कॉल कैसे करता है? और जेल के अंदर से लोगों को धमकी कैसे देता है। क्या इस मामले में जेल प्रशाशन मिला हुआ है? जेल के अंदर से यह सब करना आखिर मुमकिन कैसे है? लॉरेंस बिश्नोई आखिर किस जेल में बंद है?

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद शुभम लोनकर नाम के एक व्यक्ति ने फेसबुक पोस्ट में इस घटना की ज़िम्मेदारी लेते हुए इसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का काम बताया। सुभम लोनकर इस केस का co-conspirator माना जा रहा है।

इसी साल  सलमान खान को जान से मरने की धमकी देने और उनके घर के बाहर गोली चलने के केस में भी जून के महीने में सुभम लोनकर से पूछ ताछ की गयी थी। शुभम लोनकर को जनवरी में महाराष्ट्र के अकोला जिले में दर्ज आर्म्स एक्ट के एक मामले में गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन बाद में उसे जमानत मिल गई। एक अधिकारी ने बताया था कि पुलिस ने उस मामले में दस से ज़्यादा हथियार बरामद किए थे। पुलिस अधिकारी का यह भी कहना है की सुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के साथ संपर्क में भी था। सुभम लोनकर 24 सितम्बर तक पुलिस रडार पर था पर 24 सितम्बर के बाद से पुलिस को उसका पता नहीं है। 

लॉरेंस बिश्नोई का नाम इस केस में आने के बाद मुंबई पुलिस लॉरेंस बिश्नोई की हिरासत केंद्र सरकार से मांग रही है। लॉरेंस बिश्नोई पिछले तीन साल से साबरमती  जेल में बंद है। मुंबई पुलिस ने सलमान खान को धमकी देने और उसके घर के बाहर गोली चलाने के मामले में  भी गृह मंत्रालय से पत्र लिख कर लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी की मांग की थी।

 लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी तो मुंबई पुलिस को नहीं मिल पायी थी क्यों गृह मंत्रलय का एक कानून आड़े आ रहा है  गृह मंत्रलय  ने लॉरेंस बिश्नोई के ऊपर लगे कानून आपराधिक षड़यंत्र संहिता 268 (1) को एक साल के लिए और बढ़ा दिया है । इस कानून के अनतर्गत न तो कोई जाँच एजेन्सी लॉरेंस को हिरासत में ले सकती है न ही साबरमती जेल से शिफ्ट कर सकती है। केंद्र सरकार ने लॉरेंस बिश्नो को पुलिस के  हवाले करने के  बजाय उसकी मदद की और पुलिस द्वारा पूछ ताछ से उसे बचा लिया।

अभी हाल ही में कनाडा ने भारत सरकार पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर गंभीर आरोप भी लगाए थे। कनाडा की सरकार ने दावा किया था की लॉरेन्स बिश्नोई गैंग का इस्तेमाल कनाडा में हत्या और एक्सटॉर्शन  जैसे मामलों को अंजाम देने के लिए किया गया था।मुंबई में लोरेंस बिश्नोई गैंग के बढ़ते अपराधों के बीच बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता सलमान खान एक बार फिर से निशाने पर हैं ,लगातार उनको जान से मरने की धमकियाँ मिल रही हैं ,लेकिन फिर बिश्नोई की कस्टडी मुंबई पुलिस को नहीं मिल पा रही है. आखिर मुंबई में कानून व्यवस्था खत्म करने के लिए कौन जिम्मेदारहै?

दोस्तों, जब बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में दोषी की महाराष्ट्र में पुलिस द्वारा एनकाउंटर किया गया तो देवेंद्र फडणवीस के बड़े बड़े पोस्टर शहर में लगाए गए। इस पोस्टर में देवेंद्र फडणवीस के हाथ में एक बन्दूक पकड़ा हुआ दिखाया गया था। आखिर एक पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान उपमुख्यमंत्री के हांथो में बन्दूक पड्कने वाले पोस्टर्स से क्या मालूम पड़ता है? क्या मुंबई में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ख़त्म हो चुकी है और कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा है। जब राज्य के पुलिसकर्मी और अधिकारी ही कानून का पालन नहीं कर रहे है तो अपराधियों का तो क्या है कहिये।

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